समाजकंटकों द्वारा किए गए प्राणघातक हमले से अपने पिता जी की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाली वीरांगना चंद्रकला सैनी को कल छाण गांव , खंडार , सवाई माधोपुर स्थित उनके आवास जाकर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
आखिर थम गई वो सांसे जिसके लिए एक पिता ने सपने संजोये थे....
जो जुल्म करने वालो के खिलाफ लड़ रही थी...
किसान परिवार की बेटी चन्द्रकला सैनी इस दुनिया को अलविदा कह गई.......
कुख्यात अपराधी को फिरौती नहीं देने पर....
वीरांगना की भाँति लड़ते हुए....
बंदूक की गोली का शिकार बन गई....
किसान परिवार की बेटी चन्द्रकला सैनी इस दुनिया को अलविदा कह गई.......
कुख्यात अपराधी को फिरौती नहीं देने पर....
वीरांगना की भाँति लड़ते हुए....
बंदूक की गोली का शिकार बन गई....
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